Feeling sad shayari in Hindi | हिंदी में सैड शायरी । Sad love quotes in hindi | 2 line shayari| 2 line shayari in hindi। shayari ki diary |शायरी की डायरी ।
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तेरे बगैर किसी का ख़्वाब देखा नहीं.
सूख गया तेरा गुलाब मगर फेंका नहीं।
उससे मिलने का अभी सोच रहा होता हूं
और दर पर कोई जंजीर लगा देता है।
जब भी सोचूं कि उसे अब भुला देना है
फेसबुक पर कोई तस्वीर लगा देता है।
हमें पता है कि तुम कहीं और के मुसाफिर हो
हमारा शहर तो यूँ ही रास्ते में आ गया था
ये किस मकान पे सूजी तुझे बिछड़ने की।
के अब तो जा के कही दिन सवरने वाले वाले थे।
मतलब ये के भुला नहीं हूं,
ये भी नही की याद आते हो ।
पहले सबसे पहले तुम थे,
अब तुम सबके बाद आते हो ।
तुम मेरे सब्र का अंदाजा भी नहीं लगा सकते,
मैंने उसे हंसकर को दिया जिसे रो रो कर मांगा था।
माना दूरियां बढ़ सी गयी है
मग़र तेरे हिस्से का वक्त आज भी हम किसी और को नही देते।
सारे ज़माने में बंट गया वक़्त उनका,
हमारे हिस्से मे तो बस बहाने आए।।
तुम मेरे सब्र का अंदाजा भी नहीं लगा सकते,
मैंने उसे हंसकर को दिया जिसे रो रो कर मांगा था।
माना दूरियां बढ़ सी गयी है
मग़र तेरे हिस्से का वक्त आज भी हम किसी और को नही देते।
तुम्हारे हालात बता रहे हैं की कोई अपना ही था इतनी सादगी से बर्बाद कोई गैर तो नहीं करता ।
तनहाई में फरियाद तो कर सकती है
वीराने में बात तो कर सकता हूं
मैं जब चाहूं आपसे मिल नहीं सकता पर
जब चाहूं आपको याद तो कर सकता हूँ
मैं लूट चुका अपना सब कुछ
अब मुझमे बस तू बाकी है
दुनिया कहती बर्बाद है मुझको
देखके मुझमें की तू बाकी है।
मैं गुनहगार भी हु तो सिर्फ खुद का।
मैंने अपने सिवा किसी को बरबाद नही किया।
जान कहने से कोई जान नही होता है
कोई कह भी ले तो नुकसान नही होता है
हम आखिरी सांस तक यार तेरे है
इस दिल पे सारे इख़्तियार तेरे है
और सो जाऊं तो नीद नही आती
नीद आ जाये तो सारे ख्वाब तेरे हैं।
इश्क को भी इश्क हो तुम्हें भी देखूं इश्क को
कैसे रो कैसे तड़पे इसका अपने इश्क में
उम्र ए दराज मांग कर लाए थे चार दिन।
दो आरजू में कट गए 2 इंतजार में ।
अगर कभी मेरी यादों से तेरी आजादी हो जाए किसी और के साथ तेरी शादी हो जाए
तो हो सके तो मेरे इश्क का मुझे दान देन
अपने बेटे को भी मेरा नाम देना
ऐसे देखा करता था मैं उसकी झील सी आंखें
जैसे कोई पहली बार देख रहा हूं समंदर
हम तो अपना हो गए उनकी आंखें देखकर ग़ालिब
न जाने तो आइना कैसे देखते होंगे।
कोई ना मिले तो किस्मत से गिला नहीं करते
अक्सर लोग मिलकर भी मिला नहीं करते
हर शाख पर बाहर आती जरूर है मगर
हर शाख पर फूल खिला नहीं करते
मुझे कहां फुर्सत में मौसम सुहाना देखूं ।
मैं आपकी याद से निकलूं तो जमाना देखूं।
जरूरत के हिसाब से इस्तेमाल हुए हैं,
हम यूँ ही नहीं शायर तैयार हुए हैं,
निकला जब तक मुनाफा तब तक चले साथ सभी,
धीरे धीरे यूँ ही हम बर्बाद हुए हैं ।
किताबों की तरह बहुत से अल्फ़ाज़ हैं मुझमें,
किताबों की तरह बहुत ख़ामोश हूँ मैं ।
मेरी शायरी का उन पर असर हो भी तो कैसे,
मैं एहसास लिखता हूं वो अल्फाज पढ़ते हैं।
जब हम रिश्तों के लिए वक्त नहीं निकाल पाते,
तो वक्त हमारे बीच से रिश्ता निकाल देता है...!!
दूसरों को दर्द देते रहे, अपनी बारी पे रहम चाहिए,
औरों का दर्द तमाशा और ख़ुद के लिए मरहम चाहिए।,,
तेरा अहसास मेरी हर सांस में बसा है,
इश्क के नाम पर अब तेरा ही नशा है!!
तू मुझे याद करे ऐसा तरीक़ा निकले, मेरी एकतरफ़ा मुहब्बत का नतीजा निकले। इतनी ख़ामोशी से निकले हैं तेरे शोर से हम, जैसे बाज़ार के मजमे से जनाज़ा निकले। वरना हम लोग चटानो में फंसे मर जाते, पांव काटे तो तेरे दश्त से ज़िंदा निकले। तेरी राहों में भटकते हुए मौत आ जाए, और ऐसे में मेरी जेब से नक़्शा निकले। आज आऊंगा तेरे पास मुहब्बत लेकर मुद्दते हो गईं इज़्ज़त का जनाज़ा निकले जंग में कौन निकलता है घरों से बाहर तूने आवाज़ लगाई थी लिहाज़ा निकले....!
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Feeling sad shayari in Hindi | हिंदी में सैड शायरी । Sad love quotes in hindi | 2 line shayari| 2 line shayari in hindi। shayari ki diary |शायरी की डायरी ।
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अगर दिल में रखो तो दिल से रखो।
वरना दिल रखने के लिए दिल ना रखो।
मसरूफियत में आती है बेहद याद तेरी।
फुरसत में तेरी याद से फुरसत नहीं मिलती।
मैं चाहता नहीं हूं तुझे छोड़ना मगर,
इतना भी न सता की तुझे छोड़ना पड़े।।
निगाहों में वही लोग बसते है ,
जिनसे मिलने को हम तरसते है।।
मुझको उसकी एक खूबी याद है,
छोड़ के जाने में वो उस्ताद है।।
की हम तुझे शहर में यूं ढूंढते है,
जिस तरह लोग सुकून ढूंढते हैं।।
हम तो अपने आप में गुम थे,
हैरत की बात है कि वहां भी तुम थे।।
दो- दो टके के लोग तुझे जानते है अब,
किस - किस को मेरे बाद मयस्सर रहा है तू।।
तू चाहता है किसी और को पता न लगे,
मैं तेरे साथ फिरूं और मुझे हवा न लगे।
तुम्हारे तक मैं बहुत दिल दुखा के पहुंचा हूं,
दुआ करो कि मुझे कोई बददुआ न लगे।
तुझे तो चाहिए है और ऐसा चाहिए है,
जो तुझसे इश्क़ करे और मुबतला न लगे।
मैं तेरे बाद कोई तेरे जैसा ढूंढता हूं
जो बेवफ़ाई करे और बेवफ़ा न लगे।
हज़ार इश्क़ करो लेकिन इतना ध्यान रहे,
कि तुमको पहली मुहब्बत की बददुआ न लगे।
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